फिर एक बीजेपी नेता ने पैगंबर मोहम्मद पर किया विवादित ट्वीट, गिरफ्तारी की उठी मांग
बीजेपी नेता अरुण यादव द्वारा पैगंबर मोहम्मद को लेकर किया गया एक ट्वीट सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल होने लगा। इस ट्वीट में उन्होंने पैगंबर मोहम्मद को लेकर आपत्तिजनक टिप्पणी की थी, जिसे लेकर ट्विटर पर लोग उनकी गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं। कुछ सोशल मीडिया यूजर्स का कहना है कि अगर Alt न्यूज़ के सह संस्थापक ज़ुबैर को गिरफ्तार किया जा सकता है तो अरुण यादव को क्यों नहीं।
दरअसल, उनके द्वारा कुछ तस्वीरों को शेयर करते हुए 21 जुलाई 2017 को लिखा गया था कि, ‘मुझे तो पेग में पैगंबर नजर आता है।’ उनके इस ट्वीट का स्क्रीनशॉट शेयर करते हुए कई सोशल मीडिया यूजर्स ने दिल्ली पुलिस को टैग करते हुए लिखा है कि इनके ट्वीट से मेरी भावनाएं आहत हुई हैं। ऐसे में इनको गिरफ्तार किया जाए।
ने भी अरुण यादव की गिरफ्तारी की मांग करते हुए कमेंट किया कि, ‘प्रिंस एलिमेंट्स के अथाह समूह में से BJP ने अपने एक और फ्रिंज एलिमेंट अरुण यादव को पद मुक्त किया लेकिन इस दिखावे की जगह क्या कभी इन नफरती चिंटूओं की गिरफ्तारी होगी?’ वारिस सिद्धकी नाम के एक टि्वटर हैंडल से लिखा गया – कानून सबके लिए अब अलग अलग हो गया है।
मोहम्मद उस्मान नाम के एक यूजर ने कमेंट किया कि ये पद से मुक्त हो जाते हैं लेकिन जेल युक्त कब होंगे? क्या उत्पीड़न से ज़ुबैर के लिए है। पीयूष चौधरी नाम के एक यूजर ने लिखा, ‘ ऐसे लोगों की गिरफ्तारी करने की मांग करना ही मूर्खता होगी क्योंकि जब अंतरराष्ट्रीय स्तर पर नूपुर शर्मा का मुद्दा आने के बाद भी उन्हें गिरफ्तार नहीं किया गया तो इन्हें क्या ही गिरफ्तार किया जाएगा।’
हरियाणा बीजेपी के प्रदेश कार्यालय के सचिव गुलशन भाटिया ने एक प्रेस नोट जारी कर कहा कि भारतीय जनता पार्टी, हरियाणा प्रदेश अध्यक्ष श्री ओमप्रकाश धनकड़ जी द्वारा प्रदेश आईटी प्रमुख श्री अरुण यादव जी को तुरंत प्रभाव से पद मुक्त किया जाता है। हालांकि प्रेस नोट में उनको पद मुक्त किए जाने का कारण नहीं बताया गया है।
सोशल मीडिया यूजर्स ने ट्विटर पर #ArrestArunYadav ट्रेंड चलाया और उनके साल 2017 में किए गए ट्वीट को लेकर कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। जानकारी के लिए बता दें कि इससे पहले पैगंबर मोहम्मद पर एक टीवी चैनल के दौरान आपत्तिजनक टिप्पणी करने के चलते बीजेपी ने अपनी प्रवक्ता नूपुर शर्मा और दिल्ली के पार्टी नेता रहे नवीन जिंदल को पार्टी से बाहर कर दिया है।