शौचालय के गड्ढे की खुदाई में मजदूरों के हाथ लगे पुराने सोने के सिक्के, फिर भी नहीं बदले हालत
आज भी धरती ने अपने गर्भ में बहुत से रहस्यों को छुपा कर रखा है. यही कारण है कि जब कहीं भी खुदाई होती है तो कुछ ना कुछ ऐसा जरूर सामने आ जाता है जो लोगों के लिए आश्चर्यचकित कर देने वाला होता है. एक बार फिर खुदाई के दौरान ऐसे सिक्के हाथ लगे हैं जो अंग्रेजी हुकूमत की कहानी बयान कर रहे हैं.
यह घटना उत्तर प्रदेश के जौनपुर के मछलीशहर की है. यहां शौचालय के गड्ढे की खुदाई के दौरान मजदूरों के हाथ एक तांबे का लोटा लगा. बताया जा रहा है कि इस लोटे में सोने के सिक्के मिले हैं. आजतक की रिपोर्ट्स के अनुसार मंगलवार को ये सिक्के मिले. जब ये सोने के सिक्कों वाला लोटा मजदूरों को मिला तो उन्होंने इसकी खबर परिवार को दी. परिवार के लोगों और मजदूरों ने इस बारे में किसी को पता नहीं लगने दिया लेकिन 16 जुलाई इसकी खबर पुलिस को मिल गई.
पुलिस ने सिक्कों को कब्जे में ले लिया है. बताया जा रहा है कि सभी सिक्के 1889-1912 के दौर यानी अंग्रेजी हुकूमत के समय के हैं. रिपोर्ट के मुताबिक कुछ मजदूर भाग गए हैं तथा बकियों से पुलिस पूछताछ कर रही है. रिपोर्ट के अनुसार, मछलीशहर कस्बे के कजीयाना मोहल्ले की निवासी नूरजहां पत्नी इमाम अली राइनी के घर में ये सोने के सिक्कों वाला तांबे का लोटा तब मिला जब कुछ मजदूर शौचालय बनाने के लिए मंगलवार को गड्ढे की खुदाई कर रहे थे. सोने के सिक्के देख कर मजदूर इसके लिए आपस में झगड़ने लगे. इसके बाद वे काम बीच में ही छोड़कर चले गए.
जाने के बाद भी मजदूरों के मन से सिक्कों का लालच नहीं गया और इन्हीं सिक्कों के लिए वे अगले दिन फिर खुदाई करने लगे. इसी दौरान किसी मजदूर ने राइन के बेटे को सोने के सिक्कों के बारे में बता दिया. राइन के बेटे द्वारा मजदूरों से सिक्के मांगने पर उन्होंने उसे एक सिक्का दिया. बुधवार शाम तक इस घटना की जानकारी पुलिस तक पहुंच गई. जिसके बाद पुलिस ने मौके पर पहुंच कर जांच शुरू की. जब पुलिस ने मजदूरों से इस बारे में पूछा तो उन्होंने पहले इससे से साफ इनकार किया लेकिन पुलिस की सख्ती के बाद उन्होंने सोने के सिक्के मिलने की बात स्वीकार कर ली.
पुलिस ने मजदूरों और मकान मालकिन से कुल 10 सिक्के बरामद किये और उन्हें अपने कब्जे में ले लिया. ये बात अभी तक सामने नहीं आई है कि तांबे के लोटे में कितने सिक्के थे. 10 सिक्कों को सरकारी खजाने में जमा करने के बाद, पुलिस अभी भी मजदूरों से पूछताछ कर रही है.