पुणे के बाद अब नागपुर में बढ़ रहे गिलियन बैरे सिंड्रोम (GBS) के मामले, दो मरीज वेंटिलेटर पर

पुणे के बाद अब नागपुर में गिलियन बैरे सिंड्रोम (GBS) के मरीजों की संख्या बढ़ रही है, दो मरीजों को वेंटिलेटर पर रखा गया। डॉक्टरों ने सलाह दी है कि बिना सही जांच और परामर्श के दवाएं न लें। शहर के सरकारी अस्पताल अलर्ट मोड पर हैं और इन मरीजों के इलाज के लिए पर्याप्त व्यवस्था की जा रही है। इस बीच, महाराष्ट्र में इस सिंड्रोम से पीड़ित कुल मरीजों की संख्या 110 तक पहुंच गई है।

नागपुर मेडिकल कॉलेज और इंदिरा गांधी मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में दो मरीज गंभीर हालत में पहुंचे, जिन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया है।

नागपुर में GBS के मामले

नागपुर मेडिकल कॉलेज के मेडिकल सुपरिटेंडेंट डॉ. अविनाश गवांडे ने कहा कि प्रशासन ने इस बीमारी से पीड़ित मरीजों के इलाज के लिए व्यापक व्यवस्था की है और सरकारी अस्पतालों को अलर्ट मोड पर रखा गया है।

अब तक मेडिकल सेंटर में 40, 19, 14 और 8 वर्ष के चार मरीज भर्ती हो चुके हैं। इनमें से 8 साल की बच्ची की हालत गंभीर बनी हुई है और उसे ICU में वेंटिलेटर पर रखा गया है। इसी तरह, अस्पताल में भर्ती 40 वर्षीय मरीज को भी ICU में वेंटिलेटर पर रखा गया है।

GBS से संदिग्ध मौत

अधिकारियों के अनुसार, सोलापुर में एक व्यक्ति की मौत गिलियन बैरे सिंड्रोम के कारण होने की आशंका जताई जा रही है। इस दुर्लभ बीमारी से मौत का यह पहला मामला सामने आया है। 40 वर्षीय यह व्यक्ति सोलापुर का निवासी था और पुणे आया था, जहां उसे यह बीमारी होने की संभावना बताई जा रही है।

“मरीज को सांस फूलने, पैरों में कमजोरी और दस्त जैसी समस्याएं हो रही थीं। उसे 18 जनवरी को सोलापुर के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था और बार-बार वेंटिलेटर सपोर्ट की जरूरत पड़ रही थी।

रविवार को उसकी मृत्यु हो गई,” सोलापुर गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज के डीन डॉ. संजीव ठाकुर ने बताया।

17 मरीज वेंटिलेटर पर

महाराष्ट्र के पुणे में GBS के कुल मामलों की संख्या बढ़कर 111 हो गई है। महाराष्ट्र के स्वास्थ्य मंत्री प्रकाश आंबिटकर ने सोमवार को बताया कि GB सिंड्रोम से पीड़ित 17 मरीजों को वेंटिलेटर पर रखा गया है।

पुणे प्रशासन ने यह भी घोषणा की है कि पुणे नगर निगम क्षेत्र में GB सिंड्रोम से पीड़ित मरीजों का इलाज नगर निगम द्वारा संचालित अस्पताल में मुफ्त किया जाएगा।

विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) की एक टीम, पुणे नगर निगम आयुक्त डॉ. राजेंद्र भोसले के साथ, पुणे के हवेली तहसील के नांदेड गांव का दौरा भी कर चुकी है।