सीताबर्डी में दोहरी हत्या: दो भाइयों ने अपराधियों को उतारा मौत के घाट

सीताबर्डी थाना क्षेत्र में सनसनीखेज दोहरी हत्या की वारदात सामने आई है, जहां दो अपराधियों की बेरहमी से हत्या कर दी गई। यह घटना वसंतराव नाईक झोपड़पट्टी में हुई। दो अपराधी अपने पकड़े गए साथी की मुखबिरी की आशंका में पूछताछ करने पहुंचे थे। वहां, दो सगे भाइयों ने मिलकर उनकी हत्या कर दी। हालांकि पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है और मामले मे आगे की जांच कर रही है।
सीताबर्डी पुलिस थाने के बसंत राव नाईक झोपड़पट्टी परिसर में बीती रात यह दोहरी हत्या की वारदात हुई। मृतकों में तड़ीपार अपराधी सागर मसराम और उसके साथी गोंदिया निवासी लक्ष्मण का समावेश है। आरोपियों का नाम चंद्रशेखर उर्फ चंदू इरपाते और उसके भाई पंकज इरपाते हैं। ये सभी एक ही बस्ती में रहते हैं।
बुधवार शाम को सीताबर्डी पुलिस ने कुख्यात अपराधी आबू आजिज बेग को पकड़ा था। आबू आजिज बेग हत्या के मामले में कोर्ट में बेल पर छूटने के बाद कोर्ट मे हाजिर नहीं हुआ था और कोर्ट ने उसके खिलाफ पकड़ वारंट जारी किया था। तीन दिन पहले आरोपी पंकज से आबू आजिज बेग का झगड़ा हो गया था और तब पंकज शराब के नशे में उसकी शिकायत करने पुलिस थाने भी पहुंचा था। पुलिस ने जब आबू आजिज बेग को पकड़ लिया तो उसे लगा कि पंकज ने ही पुलिस को उसके शहर में होने की जानकारी दी।
आबू आजिज बेग ने अपने साथी सागर और लक्ष्मण को यह बात बताई थी और इसके चलते ही दोनों अपराधी पंकज के घर पूछताछ करने गए थे। इस दौरान चंदू उर्फ चंद्रशेखर ने घर में रखी लोहे की रॉड से दोनों आरोपियों पर हमला कर लहू लुहान कर दिया जबकि पंकज ने भी हाथ मुककी से उनकी पिटाई की। इस घटना के बाद सागर की तो मौके पर ही मौत हो गई जबकि लक्ष्मण को इलाज के लिए मेओ अस्पताल ले जाया गया जहां उस को भी इलाज के दौरान मृत घोषित किया गया।
इस घटना के तुरंत बाद बीट मार्शल ने घटनास्थल से ही दोनों भाइयों को हिरासत में ले लिया। बताया जा रहा है कि सागर शहर से तड़ीपार था जबकि लक्ष्मण का भी आपराधिक रिकॉर्ड है। इन दोनों की दो सगे भाइयों से पहले मित्रता थी परंतु दोनों भाइयों ने उनके अपराधिक रिकॉर्ड के चलते साथ छोड़ दिया था। इसके कारण भी अपराधी उनसे चिढ़े हुए थे।