हज सीख कर करें देख कर नही
जमीयत उलेमा कामठी के जेरे एहतेमाम एक रोजा हज तरबीयती कैंप से उलेमा का खिताब,
20 मई सनिचर मस्जिद उमर फारूक बी बी कॉलोनी कामठी में जमीयत उलेमा कामठी द्वारा हाजियों की तरबीयत के लिए एक दिवसीय हज तरबीयती कैंप का आयजन किया गया। इस कैंप में मुफ्ती जियाउर्रहमान कुरैशी साहब और मुफ्ती एहतेशामुर्रशीद साहब मिल्ली ने हाजियों को प्रशिक्षण दिया।
मुफ्ती जियाउर्रहमान कुरैशी साहब ने उमराह के अरकान को तफसील से बताया। मुफ्ती साहब ने अपने बयान में कहा की हज सीख कर जाएं दूसरों को देखकर न करें। हज जिंदगी में एक बार ही फर्ज़ है बार बार मौका नही मिलता इस लिए अच्छी तरह सीख कर हज करें।
मुफ्ती एहतेशाम साहब ने हज के तरीके को समझाया। मुफ्ती साहब ने अपने बयान में कहा की हज का सफर सब्र का सफर है। इस लिए सारे सफर में सब्र का दामन थामे रखें।
खलीक सानी साहब ने सफर की जरूरियात और हज कमेटी की तरफ से दी गई हिदायत हाजियों को समझाई। कैंप में तकरीबन 350 हाजियों ने हिस्सा लिया। कैंप को कामयाब बनाने के लिए जमीयत उलमा कामठी के सदस्यों ने भरपूर कोशिश की। कैंप के आखिर में मुफ्ती एहतेशाम साहब ने दुआ की।जमीयत के सदस्य आबिद अख़्तर ने आभार प्रदर्शन किया। इस अवसर पर जमीयत के सदर अतीक सानी ने जमीयत के सभी सदस्यों का आभार व्यक्त किया।