युवतीने दर्ज कराया गैंग रेप का झूठा केस, CCTV रिकॉर्डिंग ने किया मामले का खुलासा
सोमवार को दोपहर 12 बजे कमलना थाने पहुंची 19 वर्षीय शर्मिला द्वारा अपने साथ कथित रूप से गैंग रेप के झूठ ने नागपुर पुलिस को परेशान कर दिया. लेकिन सीसीटीवी रिकॉर्डिंग और मेडिकल रिपोर्ट ने उसके झूठ की पोल खोलकर रख दी. हालांकि रात 9 बजे तक शहर के 1,000 से अधिक पुलिसकर्मी वारदात का सच सामने लाने के लिए परेशान होते रहे. जब शर्मिला को पता चला कि अब उसका झूठ उम्मीद से ज्यादा बड़ा हो गया है तो उसने अपनी गलती स्वीकार ली. जानकारी के अनुसार, वह मॉरिस कॉलेज में पढ़ती है और इसी वर्ष म्यूजिक विषय में एडमिशन लिया है. सोमवार को भी वह कॉलेज अटैंड करने ही आई थी.
दोपहर 12 बजे कलमना थाने पहुंचकर शर्मिला ने पुलिस को बताया कि सुबह करीब 9.30 बजे वह लेंड्रा पार्क के पास टहल रही थी. वहां मारुती वैन से 2 युवक आए और बूटीबोरी का रास्ता पूछा. लेकिन इससे पहले वह कुछ समझ पाती, दोनों ने उसे जबरन वैन में खींच लिया और सीधे कमलना परिसर में एक खुले मैदान में ले गये. वहां दोनों ने उसके साथ बारी-बारी दुष्कर्म किया और उसे अकेला छोड़कर भाग गये. वहां से उसने अपने फ्रेंड को कॉल किया और पुलिस स्टेशन पहुंचाने को कहा
जैसे ही 19 वर्षीय युवती से गैंग रेप की जानकारी सीपी अमितेश कुमार और जोन-5 के डीसीपी मनीष कलावनिया को मिली, दोनों तुरंत कमलना थाने पहुंचे और उससे पूछताछ शुरू की. हालांकि मामला संदिग्ध नजर आ रहा था लेकिन लापरवाही नहीं बरती जा सकती थी. तुरंत महिला अधिकारियों की मौजूदगी में एक पुलिस टीम को शर्मिला के साथ घटनास्थल देखने भेजा लेकिन यहीं से उसका झूठ पता चल गया क्योंकि काफी देर घूमने के बाद भी वह घटनास्थल नहीं दिखा पायी . वहीं मेडिकल रिपोर्ट में भी दुष्कर्म जैसा कोई परिणाम नहीं आया.
इस पूरे घटनाक्रम में करीब 3.30 बजे चुके थे. वहीं सीसीटीवी रिकॉर्डिंग की जांच भी शुरू की जा चुकी थी. लेकिन शाम करीब 4 बजे से सीपी अमितेश कुमार ने 40 टीमों को 180 से अधिक सीसीटीवी कैमरों की रिकॉर्डिंग जांच में लगा दिया. मिनट-दर-मिनट ये टीमें चौराहों पर लगे कैमरों के अलावा शर्मिला की मौजूदगी वाले परिसर की दूकानों, प्रतिष्ठानों, घरों के भी सीसीटीवी रिकॉर्डिंग जांच रहीं. करीब 5 घंटों के बाद रात 9 बजे पुलिस ने उसकी सारी कहानी को झूठा साबित कर दिया. इसके बाद शर्मिला ने भी अपना गलती कबूल कर ली
दोपहर करीब 12 बजे से शुरू हुए घटनाक्रम में जूनियर से लेकर सीनियर पुलिस अधिकारी तक लगे रहे. एक ओर जहां सीपी अमितेश कुमार लगातार सारी जानकारी हासिल कर रहे थे. वहीं जोन-5 के डीसीपी कलावनिया कलमना परिसर में छानबीन में लगे रहे. डीसीपी ( ट्रैफिक) संतोष आव्हाड़ बताई गई वैन की तलाश में सिटी में पंजीकृत सभी मारुती वैन की तलाश करते रहे. जोन-2 की डीसीपी विनीता साहू पूरा समय शर्मिला के साथ रहीं. यहां तक कि वह स्वयं ही शर्मिला मेडिकल टेस्ट के लिए हास्पिटल ले गईं थी