मौलाना अबुल कलाम आज़ाद जयंती पर राष्ट्रीय शिक्षा दिवस।
कामठी: विदर्भ जन कल्याण मंच की ओर से स्थानीय मोहम्मद अली B.Ed कॉलेज में भारत रत्न मौलाना अबुल कलाम आजाद की 131 वीं जयंती राष्ट्रीय शिक्षा दिवस के अवसर पर कामठी के रिटायर शिक्षकों को “मौलाना अबुल कलाम आजाद शैेक्षानिक २०२० अवार्ड” से सम्मानित किया गया और साथी ही “इमाम उल हिंद” पुस्तक का विमोचन हाजी अब्दुल करीम शेख मेंबर मौलाना आज़ाद फाउंडेशन नई दिल्ली के हाथों किया गया पुस्तक के मुख्य संपादक डॉ. रफीक ने पुस्तक के बारे में जानकारी प्रस्तुत की।
कार्यक्रम की अध्यक्षता डॉ. अनवार सिद्दकी, अध्यक्ष जमात ए इस्लामी हिंद नागपुर ने की तथा प्रमुख वक्ता डॉ. शरफुद्दीन साहिल, साहित्यकार व इतिहासकार, डॉ. युगल रॉयलु, डॉ. यासीन कुद्दुसी, डॉ. अफरोज शेख, बिंझानी सिटी कॉलेज नागपुर, मोहम्मद फारूक शेख, मेंबर एन.सी.पी.एल, न्यू दिल्ली, मुफ्ती अनीक़ ज़की फलाही, मौलाना मुमताज अहमद कासमी, शबनम वाजिदा, प्रिंसिपल खतीजा बाई गर्ल्स हाई स्कूल कामठी आदि उपस्थित थे।
डॉ. शरफुद्दीन साहिल ने मौलाना आजाद के सभी क्षेत्रों में किए गए योगदान पर प्रकाश डाला, डॉ. युगल रायलू ने कहा कि मौलाना आज़ाद चाहते थे कि शिक्षा सब जगह पहुंचना चाहिए लेकिन नई शिक्षा नीति इसका उल्टा कर रही है क्योंकि नई शिक्षा नीति में जो मर्जिंग स्कूल के बारे में जो नीति है हम उसका विरोध करते हैं कार्यक्रम के उद्घाटक हाजी अब्दुल करीम शेख ने कहा कि मौलाना आजाद का सबसे पहला लक्ष्य हिंदू मुस्लिम एकता था इसलिए यह हमारा कर्तव्य है कि हम हिंदुओं के साथ प्रेम और भाईचारा का रिश्ता कायम करें जिससे एक सफल भारत का निर्माण कर सकेंगे,
अध्यक्षीय भाषण देते हुए डॉ. अनवार सिद्दीकी ने कहा कि मौलाना आज़ाद ने जिस प्रकार अपने आप को शिक्षा के आधार पर समाज के लिए कर्मठ और कर्तव्य निष्ठा के साथ में समर्पित किया था। वह चाहते थे कि जो अगली शिक्षा दी जाए वो लोगों को न सिर्फ डिग्रियां बाटे बलकी लोगों को समाज के लिए भी कर्तव्य निष्ठ बनाए। ऐसा सुशिक्षित आदमी समाज व मानवता के लिए कसी भी काम का नहीं यदि वह सामाजिक रूप से सक्रिय नहीं है। जो शिक्षक रिटायर हुए हैं उन्हें चाहिए कि वह संगठित हो और अपने क्षेत्र जहां पर काम नहीं हुआ है शिक्षा के उन क्षेत्रों में काम करें, पढ़ाई में शिक्षा के साथ मानवता की सेवा करने का जज्बा और उनके अलावा सत्य के साथ खड़े होने की भावना पैदा करें।
मंच संचालन डॉक्टर समीरा मोमिन, शाहजहां हैदरी बाजी, प्रोफेसर असरार अहमद, नकी जाफरी ने किया आभार प्रदर्शन शाहजहां हैदरी ने किया।
कार्यक्रम को सफल बनाने में विदर्भ जन कल्याण मंच के अध्यक्ष हाजी मास्टर मोहम्मद इकबाल, उपाध्यक्ष मजहर इमाम, सचिव कमाल अख्तर सलाम, सहसचिव मोहसिन जमाल, कोषाध्यक्ष अनवारुल हक पटेल, मोहम्मद आरिफ पटेल, मोहम्मद शारिक अंसारी, सोहेल अंजुम, आयशा सुल्ताना बाजी, दिलशाद खान, सना खान, आसिफा अंजुम, शहजाद पटेल, शाहनवाज अंसारी, मोहम्मद नासिर, मोहम्मद बशीर, शारिक अंसारी आदि ने प्रयास किया ।