नीतीश कुमार के ‘इंडिया’ छोड़ने के बाद राजनीतिक गलियारों में मची हलचल, MVA की अहम बैठक आज
लोकसभा सीट बंटवारे को लेकर महा विकास आघाडी के घटक दलों की बैठक आज दक्षिण मुंबई के फाइव स्टार होटल में बुलाई गई है। इस बार की बैठक में वंचित आघाडी के प्रकाश आंबेडकर और समाजवादी पार्टी को भी निमंत्रण दिया गया है। समाजवादी पार्टी की ओर से विधायक रईस शेख शामिल होंगे।
उद्धव सेना के प्रवक्ता संजय राउत ने दावा किया कि है कि सीट बंटवारे को लेकर मंगलवार को हमारी अंतिम बैठक होगी। बीजेपी नीत महायुति को लोकसभा चुनाव में राज्य की 48 सीटों पर टक्कर देने से पहले सीट बंटवारे को लेकर आघाडी का पेंच फिलहाल फंसा हुआ है।
बता दें कि एमवीए में शिवसेना (यूबीटी), एनसीपी और कांग्रेस शामिल है। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के इंडिया गठबंधन से बाहर जाने के बाद यह पहली महत्वपूर्ण बैठक है। राजनीतिक जानकारों का कहना है कि नीतीश कुमार के इंडिया गठबंधन से अलग होकर एनडीए में जाने का भी असर बैठक में देखने को मिल सकता है।
पिछले दिनों कांग्रेस, शरद पवार की एनसीपी, उद्धव सेना के प्रमुख नेताओं ने 8 घंटे तक चर्चा की थी, लेकिन बैठक किसी नतीजे तक नहीं पहुंच सकी थी। हालांकि, तब संजय राउत ने दावा किया था कि महाराष्ट्र में महा विकास आघाडी के दलों में सीट बंटवारे को लेकर कोई समस्या नहीं है। लगभग सभी सीटों पर समझौता हो गया है। लेकिन राउत ने यह नहीं बताया था कि किस दाल को कितनी सीटें मिली हैं। उन्होंने इतना जरूर दवा किया था कि हम लोकसभा चुनाव महा विकास आघाडी के बैनर तले ही लड़ेंगे और हम एकजुट हैं। मंगलवार को तीनों दलों के नेता सुबह 11 बजे फिर मिलेंगे। इसके बाद सपा और बहुजन विकास आघाडी के साथ 3 बजे से बैठक होगी। इस दौरान शेकाप के जयंत पाटील भी बैठक में शामिल होंगे।
पिछली बैठक में महाविकास आघाडी ने वंचित आघाडी के प्रमुख प्रकाश आंबेडकर को भी निमंत्रण दिया था, लेकिन वे और उनका कोई प्रतिनिधि नहीं आया। उस वक्त आंबेडकर ने कहा था कि आगामी आम चुनावों में उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना (यूबीटी) और वीबीए 24-24 सीटों पर चुनाव लड़ सकती हैं। उसके बाद आंबेडकर को एमवीए में लाने के प्रयास तेज हो गए। एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार ने कहा था कि महागठबंधन आगामी चुनावों के लिए वाम दलों और प्रकाश आंबेडकर से बातचीत कर रही है।
राउत ने कहा कि आंबेडकर के वीबीए को बैठक में सादर आमंत्रित किया गया है और उन्होंने निमंत्रण स्वीकार कर लिया है। आंबेडकर का रुख बहुत स्पष्ट है। उन्होंने पहले ही देश में मौजूदा तानाशाही नीतियों और संविधान के लगातार अपमान के खिलाफ अपने रुख की घोषणा कर दी है और एमवीए का भी यही रुख है। राउत ने दावा किया कि इसलिए वंचित बहुजन आघाडी ऐसा कोई कदम नहीं उठाएगी, जिससे बीजेपी को प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से चुनाव में फायदा मिले।